केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के स्कूलों में एक जनवरी से शुरू प्रैक्टिकल में स्कूलों को आंतरिक एवं बाह्य परीक्षकों, पर्यवेक्षक संग 20-20 के बैच में छात्र-छात्राओं की ग्रुप फोटो बोर्ड को भेजनी होगी। सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक डॉ. संजय भारद्वाज ने सभी स्कूलों को निर्देशित किया है कि बोर्ड की वेबसाइट पर स्कूल की आईडी से जो फोटो भेजें उसमें सभी के चेहरे साफ होने चाहिए।
स्कूल की लैब में खिंची फोटो स्पष्ट दिखनी चाहिए। सॉफ्टवेयर से यह तय किया जाएगा की फोटो जियोटैग और टाइमटैग है। अन्य सूचनाएं जैसे बैच नंबर, बैच की संख्या दिन और समय आदि लिंक पर साझा करनी होगी। बाह्य परीक्षक प्रैक्टिकल से एक दिन पहले लैबोरेट्री का निरीक्षण करेंगे और यदि कोई कमी है तो प्रधानाचार्य से संपर्क कर उसे दूर कराएंगे।
ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि स्कूल में बच्चों की उपस्थिति सुनिश्चित की जा सके। बोर्ड को कुछ स्कूलों के संबंध में ऐसी शिकायतें मिलती रही हैं कि बच्चों का नाम तो वहां लिखा है लेकिन वह मेडिकल-इंजीनियरिंग की तैयारी करने अन्यत्र चले जाते हैं। उनकी जगह दूसरे बच्चों को प्रैक्टिकल में शामिल करा दिया जाता है।
बोर्ड ने इसे गंभीरता से लेते हुए पहली बार फोटो भेजने के निर्देश दिए हैं। स्कूलों को प्रैक्टिकल में 100 प्रतिशत बच्चों की उपस्थिति सुनिश्चित करनी होगी क्योंकि दोबारा किसी भी छात्र को मौका नहीं मिलेगा। प्रायोगिक परीक्षाएं 7 फरवरी तक चलेंगी।
संजय श्रीवास्तव, विज्ञान शिक्षक टैगोर पब्लिक स्कूल ने बताया कि सीबीएसई ने यह अच्छा कदम उठाया है। इससे स्कूल में बच्चों की उपस्थिति सुनिश्चित हो सकेगी और उनका वास्तविक मूल्यांकन संभव होगा।
आकाश मिश्रा, प्रधानाचार्य, पं. रामचंद्र मेमोरियल पब्लिक स्कूल झलवा ने बताया कि सीबीएसई ने पहली बार प्रायोगिक परीक्षा में सम्मिलित छात्र-छात्राओं की फोटो आंतरिक एवं बाह्य परीक्षक संग भेजने के निर्देश दिए हैं। पहले यह व्यवस्था नहीं थी।
https://www.livehindustan.com/uttar-pradesh/story-cbse-tells-schools-to-send-group-photograph-of-examiners-and-students-of-practical-exams-2941303.html
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