ऑनलाइन दोस्ती करने में सावधानी रखें। अपनी निजी बातों को ऐसे लोगों से साझा ना करें, जिनके साथ ऑनलाइन दोस्ती हुई हो। साइबर अपराधी से बचने के लिए ये सलाह एनसीईआरटी की ओर से तैयार किताब में दी गई है।
ऑनलाइन कक्षा के दौरान साइबर बुलिंग से छात्र बचें, इसके लिए एनसीईआरटी ने 25 किताबें तैयार की हैं। अभी पहले चरण में सीबीएसई ने 14 किताबों को वेबसाइट पर डाला है। केंद्रीय शैक्षिक प्रौद्योगिकी संस्थान और यूनेस्को के सहयोग से एनसीईआरटी द्वारा साइबर सुरक्षा को लेकर किताब तैयार की गयी है। अंग्रेजी और हिन्दी दोनों भाषा में यह किताब तैयार की गयी है। इसको तैयार करने में 15 से अधिक विशेषज्ञ काम किये। ये किताबें नये सत्र में सभी स्कूलों को भेजी जाएंगी। इसके अलावा नये सत्र में ही स्कूलों द्वारा इसको लेकर कक्षाएं भी चलाई जाएंगी।
40 फीसदी बच्चे हुए प्रभावित
एनसीईआरटी विशेषज्ञ और सीबीएसई काउंसलरों की मानें तो कोरोना के कारण ऑनलाइन कक्षाएं चलीं। इस दौरान स्कूल के 40 से 45 फीसदी बच्चे प्रभावित हुए हैं। स्कूली बच्चे कभी साइबर बुलिंग तो कभी साइबर क्राइम में फंसे। इसी सबको देखकर यह किताब तैयार की गई है।
विद्यार्थियों के लिए
● अजनबी के साथ इंटरनेट पर संवाद करते समय अपनी निजी और गोपनीय जानकारी को साझा ना करें
● ऑनलाइन प्रताड़ना का शिकार होने पर तुरंत शिक्षक, अभिभावक को सूचित करें
● इंटरनेट पर विभिन्न एकाउंट के लिए सुरक्षित पासवर्ड का उपयोग करें
● ब्राउजर, ऑपरेटिंग सिस्टम और एंटी वायरस को अपडेट करते रहें
● सोशल मीडिया पर परिचित लोगों से ही जुडें
● उपयोग करने के बाद कंप्यूटर, टैबलेट या फोन के स्क्रीन को लॉककर रखें
● अपना वास्तविक नाम, जन्मतिथि, फोन नंबर आदि बिना जरूरत साझा ना करें
● सोशल मीडिया पर अपनी तस्वीर ना डालें
● अपरिचित व्यक्तियों से प्राप्त ई-मेल को सावधानी से देखें
● अपना पासवर्ड किसी से साझा ना करें
● ऑनलाइन होने वाले खतरों से बच्चों को मार्गदर्शन करें
● डिजिटल उपकरण देते समय सुरक्षा उपायों के बारे में जागरूक करें
● बच्चों के साथ स्वस्थ संबंध रखें, जिससे ऑनलाइन मुद्दों को बच्चे साझा करें
● सुरक्षा पर खतरे और एप के उपयोग से गोपनीयता के मुद्दों के बारे में सचेत करना चाहिए
● बच्चों को ऑनलाइन वित्तीय घोटालों के बारे में बताएं
● ऑनलाइन जानकारी अधिक से अधिक रखें। इससे बच्चों पर नजर रख सकते हैं
● स्क्रीन का समय निर्धारित करें, मोबाइल, टीवी, कंप्यूटर आदि सभी के लिए डिजिटल डिवाइस में स्क्रीन समय सेट करें
शिक्षक और स्कूल के लिए
● बच्चों को वेबसाइट को ब्लॉक करने के साथ ऑनलाइन सुरक्षित रहने का ज्ञान दें
● इंटरनेट की कठोरता पूर्वक निगरानी और इंटरनेट का प्रयोग कम से कम करें
● व्यक्तिगत और अधिकारिक प्रयाग के लिए अलग-अलग ई-मेल खातों का उपयोग करें
● वेबसाइट और व्रेब ब्राउजर पर क्रेडिट और डेबिट कार्ड की जानकारी सेव ना करें
● सुरक्षित वाई-फाइ नेटवर्क में ही इंटरनेट का उपयोग करें
https://www.livehindustan.com/bihar/story-ncert-prepares-twenty-five-books-to-protect-children-from-cuber-bulling-know-what-to-do-and-dont-do-5369990.html
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