इस बार 26 जनवरी को देश अपना 75वां गणतंत्र दिवस मनाएगा। यानी हमारा देश अब गणतंत्र के रूप में 76 वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन 75 वें गणतंत्र दिवस की परेड में मुख्य अतिथि होंगे। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के कर्त्तव्य पथ पर देश की सांस्कृतिक विविधता में एकता, अखंडता और सैन्य ताकत की झलक दिखाई देगी। दिन 26 जनवरी 1950 को भारत का संविधान अपनाया गया था और भारत गणतंत्र बना था।
समारोह की बात करें तो गणतंत्र दिवस समारोह की शुरुआत में प्रधानमंत्री अमर जवान ज्योति (इंडिया गेट) पर पुष्प अर्पित करके वीर जवानों को श्रद्धांजली देते हैं। इसके बाद भारत के राष्ट्रपति ध्वजारोहण करते हैं, वायुसेना, थलसेना और नौसेना के जवान आजादी की लड़ाई में शहीद सैनिकों को 21 तोपों की सलामी देते हैं।इसके बाद राष्ट्रगान होता हैऔर वीर चक्र, परमवीर चक्र, अशोक चक्र, महावीर चक्र और कीर्ति चक्र सहित अन्य अवॉर्ड के विजेताओं को अवॉर्ड दिए जाते हैं। राष्ट्रपति को सलामी देते हुए परेड शुरू होती है और इसमें तोपें, मिसाइलें, हथियार आदि को दिखाया जाता है।
स्वतंत्र भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद द्वारा 26 जनवरी 1950 को राष्ट्रीय ध्वज फहराए जानेके बाद भारत में गणतंत्र दिवस को राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया गया था।
गणतंत्र दिवस 26 जनवरी को इसलिए मनाते हैं, क्योंकि इस दिन साल 1930 में ‘भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस' ने ब्रिटिश हुकूमत से पूर्णस्वराज की घोषणा की थी।
source : hindustan
No comments:
Post a Comment