Wednesday, 20 May 2020

NEET, JEE Main: इस सरकारी ऐप पर रोज दें फ्री मॉक टेस्ट, जानें कैसे


नीट और जेईई मेन के लिए सरकार ने खास ऐप लॉन्च किया है। ये ऐप दोनों परीक्षाओं की पुख्ता तैयारी में आपकी मदद करेगा। इसके जरिए आप रोजाना एक फ्री मॉक टेस्ट दे सकते हैं।
NTA mobile app for JEE Main, NEET preparation : नीट (NEET) और जेईई मेन (JEE Main) की तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स के लिए सरकार ने बड़ी राहत है। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक की सलाह पर एनटीए (NTA) ने एक मोबाइल ऐप्लीकेशन लॉन्च किया है।

ये मोबाइल ऐप आपकी जेईई मेन और नीट की तैयारी को और भी मजबूत करने में मदद करेगा। इसके जरिए आप दोनों परीक्षाओं के लिए रोज एक मॉक टेस्ट दे सकते हैं। वो भी बिल्कुल फ्री।
क्यों जरूरी है ये ऐप
ये ऐप आपकी परीक्षा की तैयारी बिल्कुल उसी तरह कराएगा जैसे आप असल परीक्षा दे रहे हों। उन्हीं नियमों का पालन आपको इसके मॉक टेस्ट में करना होगा। इसके जरिए मॉक टेस्ट देते हुए आप अपने फोन या कंप्यूटर का इंटरनेट कनेक्शन भी ऑन नहीं रख सकते।

टेस्ट पूरा करने पर तुरंत आपको आपका अंक भी बता दिया जाएगा। इससे आप रोज अपना टेस्ट स्कोर चेक कर उस अनुसार तैयारी बेहतर कर सकेंगे।

कैसे करें ऐप का इस्तेमाल
फिलहाल ये ऐप सिर्फ एंड्रॉयड के लिए लॉन्च किया गया है। जल्द ही इसे ios प्लेटफॉर्म के लिए भी लाया जाएगा। इस ऐप का इस्तेमाल कैसे करना है, इस बारे में आपको यहां बताया जा रहा है-

सबसे पहले गूगल प्ले स्टोर (Google Play Store) में जाकर नेशनल टेस्ट अभ्यास (National Test Abhyas) सर्च करें।
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के लोगो के साथ ये ऐप दिखेगा। इसे डाउनलोड कर लें।
अब ऐप ओपन करें। अपना नाम, स्ट्रीम, मोबाइल नंबर / ईमेल-आईडी डालकर साइन इन करें।
आपको रोज की तारीख से नीट और जेईई मेन दोनों के मॉक टेस्ट दिखेंगे। फिलहाल 19 मई के लिए मॉक टेस्ट अपलोड किए जा चुके हैं।
आप मॉक टेस्ट के बगल में दिए गए डाउनलोड लिंक पर क्लिक करें। डाउनलोड होने के बाद वहीं से (App) उसे ओपन करें।
पहले आपको टेस्ट को लेकर जरूरी निर्देश बताए जाएंगे। इन्हें ध्यान से पढ़ें। क्योंकि यही निर्देश असल परीक्षा के दौरान भी फॉलो करने होंगे।
अब नेट कनेक्शन बंद करने का विकल्प आएगा। कनेक्शन बंद करें और टेस्ट शुरू करें।

https://navbharattimes.indiatimes.com/education/expert-advice/national-test-abhyas-app-for-neet-jee-main-free-mock-test/articleshow/75841888.cms

CBSE की शेष परीक्षाएं छात्रों के अपने स्कूलों में ही होंगी, जुलाई अंत तक जारी होगा सीबीएसई 10वीं 12वीं रिजल्ट


CBSE 10th 12th Exams 2020: मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने कहा है कि सीबीएसई 10वीं 12वीं की शेष परीक्षाएं बाहरी परीक्षा केंद्रों की बजाय छात्रों के अपने ही स्कूलों में आयोजित होंगी। यह जानकारी मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने डीडी न्यूज के साथ बातचीत के दौरान दी। उन्होंने यह भी कहा कि मंत्रालय की योजना जुलाई अंत तक रिजल्ट ( CBSE 10th 12th Result 2020 ) जारी करने की है। सीबीएसई 10वीं 12वीं के उन पेपरों की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन शुरू हो चुका हैं जो हो चुके हैं।

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के एक अधिकारी ने शेष परीक्षाओं के आयोजन को लेकर कहा, 'छात्रों को बाहरी परीक्षा केंद्रों पर नहीं बल्कि अपने स्कूल में ही परीक्षा देनी होगी। परीक्षा के लिए छात्रों को कम से कम यात्रा करनी पड़े, इसके मद्देनजर ही यह फैसला लिया गया है। सोशल डिस्टेंसिंग के साथ परीक्षा का आयोजन करना छात्र के स्कूल की जिम्मेदारी होगी। छात्रों को भी अपना मास्क और सेनिटाइजर लेकर अपने स्कूल पहुंचना होगा।'

आमतौर पर सीबीएसई पारदर्शिता बनाए रखने के लिए बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन छात्रों के अपने स्कूलों में नहीं, बल्कि अन्य स्कूलों में करता है। बोर्ड स्वतंत्र परीक्षकों से परीक्षा प्रक्रिया की निगरानी करवाता है।

सोमवार को CBSE ने जारी की थी शेष परीक्षाओं की डेटशीट
परीक्षाएं 1 जुलाई से 15 जुलाई के बीच आयोजित होंगी। सीबीएसई ने डेटशीट जारी करने के साथ यह भी कहा है कि परिजन सुनिश्चित करें कि उनका बच्चा बीमार न हो। अभ्यर्थियों को सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करना होगा। इसके अलावा विद्यार्थियों को परीक्षा केंद्र पर मास्क पहनकर व अपना सैनेटाइजर लेकर आना होगा।
सीबीएसई 12वीं (ऑल इंडिया)
सीबीएसई 12वीं के उन पेपरों की बात करें जो पूरे भारत के छात्रों को देने होंगे तो उनका होम साइंस का पेपर 1 जुलाई को, हिन्दी इलेक्टिव/हिन्दी कोर का पेपर 2 जुलाई, इंफार्मेशन प्रैक्टिस(ओेल्ड)/इंफार्मेशन प्रैक्टिस (न्यू)/इंफार्मेशन टेक्नोलॉजी/कंप्यूटर साइंस न्यू व ओल्ड का पेपर 7 जुलाई को, बिजनेस स्टडीज 9 जुलाई, बायोटेक्नोलॉजी 10 जुलाई, ज्योग्राफी 11 जुलाई, सोशोलॉजी 13 जुलाई को होगा।
परीक्षा में बैठने के लिए सीबीएसई ने बनाए ये नियम-
1. सभी छात्रों को एक पारदर्शी बोतल में अपना खुद का हैंड सैनिटाइजर लेकर जाना होगा।
2. सभी छात्रों को मास्क या कपड़े से अपनी नाक व मुंह को ढंकना होगा।
3. सभी छात्रों को फिजिकल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करना होगा।
4. पेरेंट्स को अपने बच्चों को बताना होगा कि कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए वे क्या सावधानियां बरतें।
5. पेरेंट्स को यह सुनिश्चित करना होगा कि उनका बच्चा बीमार नहीं हो।
6. परीक्षा देते समय छात्रों को सभी निर्देशों का सख्ती से पालन करना होगा।
7. एडमिट कार्ड में लिखे सभी निर्देशों का छात्रों को पालन करना होगा।
8. परीक्षा की समयावधि डेटशीट और एडमिट कार्ड में लिखी होगी।
9. उत्तरपुस्तिका सुबह 10.00 बजे से 10.15 बजे के बीच बांटी जाएंगी।
10. प्रश्नपत्र सुबह में 10.15 बजे बांटे जाएंगे।
11. 15 मिनट का समय प्रश्नपत्र पढ़ने का होगा । 10.15 बजे से लेकर 10.30 बजे तक छात्रों को प्रश्नपत्र पढ़ने के लिए होगा।
12. 10.30 बजे से छात्र प्रश्नों का उत्तर लिखना शुरू करेंगे।

29 विषयों की होगी परीक्षा
आपको बता दें कि लॉकडाउन के चलते 10वीं 12वीं के कुल 83 विषयों की परीक्षाएं बीच में स्थगित करनी पड़ी थीं। जिसके बाद सीबीएसई ने फैसला लिया था कि इनमें से अब 29 मुख्य विषयों की ही परीक्षाएं कराई जाएंगी। ये वो पेपर हैं जो अगली क्लास में प्रमोट होने और स्नातक कोर्स में एडमिशन लेने के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं।

पूरे देश में नहीं, सिर्फ उत्तर पूर्वी दिल्ली में होगी सीबीएसई 10वीं परीक्षा
उत्तर पूर्वी दिल्ली में दंगों के कारण 10वीं की परीक्षा कुछ सेंटरों पर नहीं हो पाई थी। ऐसे में सिर्फ उन छात्रों के लिए 10वीं की परीक्षा होगी जो उत्तर पूर्वी दिल्ली हिंसा के कारण परीक्षा नहीं दे पाए थे। उत्तर पूर्वी दिल्ली में 10वीं के छात्रों को अभी इन 6 विषयों हिंदी कोर ए, हिंदी कोर बी, इंग्लिश कॉमन, इंग्लिश लैंग्वेज एंड लिटरेचर, साइंस, सोशल साइंस की परीक्षा देनी होगी।

https://www.livehindustan.com/career/story-cbse-10th-12th-exams-2020-no-external-centres-cbse-students-to-take-pending-board-exams-in-their-own-school-result-by-july-end-3226542.html

Tuesday, 19 May 2020

12वीं के बाद कॉमर्स में ट्रेडिशनल कोर्स

कॉमर्स के परंपरागत कोर्स आज भी सम्मानजनक भविष्य की गारंटी माने जाते हैं। 12वीं में कॉमर्स की पढ़ाई करने के बाद कौन-कौन से लोकप्रिय परंपरागत कोर्स हैं, जहां कॉमर्स के छात्र उच्च शिक्षा हासिल करके अपना करियर बना सकते हैं, जानें इस लेख में
बारहवीं तक कॉमर्स की पढ़ाई करने वाले ज्यादातर छात्र आज भी स्किल्स  आधारित कोर्स करके बाजार में बीकॉम और एमकॉम की डिग्री की मदद से करियर बना रहे हैं। 12वीं में कॉमर्स स्ट्रीम के छात्र आगे चल कर लॉन्ग टर्म और  शॉर्ट टर्म, दोनों को ध्यान में रख कर अपना करियर आसानी से बना सकते हैं। 
बीकॉम ऑनर्स
बीकॉम ऑनर्स एक स्पेशलाइज्ड कोर्स है, जिसे करने के बाद आमतौर पर छात्र किसी बैंक, फाइनेंशियल इंस्टीट्यूट, सरकारी, गैर-सरकारी संस्थान और उद्योग आदि में नौकरी कर सकते हैं। एक्सपर्ट कहते हैं कि बारहवीं में कॉमर्स पढ़ने वाला छात्र बीएससी फिजिक्स, रसायनशास्त्र या बॉटनी भले ही नहीं कर सकता, लेकिन इससे इतर वह कॉमर्स से संबंधित सभी कोर्स में दाखिला ले सकता है। आज कॉमर्स के छात्र, जिन्होंने 12वीं में गणित पढ़ी है, वह गणित, स्टेटिस्टिक्स या ऑपरेशनल रिसर्च कर सकते हैं। वह बीएससी कंप्यूटर साइंस भी कर सकते हैं।
बीकॉम प्रोग्राम
इसमें फाइनेंशियल अकाउंटिंग, इकोनॉमिक्स, बिजनेस संगठन, मैनेजमेंट, कंपनी लॉ, मार्केटिंग, मानव संसाधन, सांख्यिकी, ई-कॉमर्स, मार्केटिंग और अंग्रेजी में कम्युनिकेशन स्किल आदि का अध्ययन कराया जाता है। इसमें अच्छे अंक लाने पर ही आगे एमकॉम में दाखिले का रास्ता निकल कर सामने आता है। बीकॉम प्रोग्राम में दाखिला बीकॉम ऑनर्स की तुलना में कम अंकों पर मिल जाता है। इसमें छात्रों को एंटरप्रिन्योरशिप की ट्रेनिंग देने पर भी जोर दिया जाता है।
सीएस
सीएस यानी कंपनी सेक्रेटरीशिप का कोर्स आमतौर पर बारहवीं के बाद कराया जाता है। इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेटरीज ऑफ इंडिया देश में विभिन्न जगहों पर स्थित सेंटरों के जरिए तीन स्तरीय कोर्स कराता है। कंपनी सेक्रेटरी बनने के दो रास्ते  हैं। पहला बारहवीं के बाद और दूसरा स्नातक के बाद। बारहवीं पास छात्र को तीन स्तरीय कोर्स करना होता है। पहली स्टेज पर फाउंडेशन, दूसरे पर एग्जिक्यूटिव और तीसरे स्तर पर प्रोफेशनल प्रोग्राम होता है। कंपनी की प्रशासनिक जिम्मेदारियों को संभालने का काम करता है सीएस।  कॉरपोरेट लॉ, सुरक्षा कानून, कैपिटल मार्केट और कॉरपोरेट गवर्नेंस आदि का वह जानकार होता है।
सीए
चार्टर्ड अकाउंटेंसी का कोर्स इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट ऑफ इंडिया कराता है। यह कोर्स सभी डिसिप्लिन के छात्रों को रोजगार की अलग राह दिखाता है। व्यवहार में आमतौर पर बारहवीं में कॉमर्स पढ़ने वाले या बीकॉम के छात्रों का यह सबसे पसंदीदा कोर्स है, क्योंकि इसके सिलेबस में कॉमर्स का भाग ज्यादा है। बीकॉम का बहुत-सा पाठ्यक्रम सीए में भी पढ़ाया जाता है। पारंपरिक करियर के तौर पर सीपीटी परीक्षा पास करके सीए यानी चार्टर्ड अकाउंटेंसी का कोर्स जॉइन किया जाता है और तीन स्तरों पर इसे पूरा करना होता है। इसे करने के बाद किसी भी कंपनी, बैंक, फाइनेंशियल इंस्टीट्यूट के साथ रिसर्च संस्थान, इक्विटी शेयर, ट्रेजरी या किसी कंपनी में ऑडिट विभाग में जा सकते हैं। सीए बन कर खुद की प्रैक्टिस भी कर सकते हैं।  
कॉस्ट अकाउंटेंसी
सीए से मिलता-जुलता कोर्स और काम है कॉस्ट अकाउंटेंट का। वस्तुओं की वास्तविक लागत क्या है, उसे किस कीमत पर और कितने मुनाफे के साथ बाजार में उतारना है, इसका हिसाब-किताब और आकलन करने का काम कॉस्ट अकाउंटेंट करता है। इसके लिए भी कोर्स और ट्रेनिंग की जरूरत पड़ती है। दि इंस्टीट्यूट ऑफ कॉस्ट एंड वर्क्स अकाउंटेंट ऑफ इंडिया इसके लिए विभिन्न चरणों में कोर्स पूरा कराता है। इसे पूरा करने वाले छात्र को कॉस्ट अकाउंटेंट और इससे जुडे़ पदों पर काम करने का मौका मिलता है। कॉस्ट अकाउंटेंट बनने के लिए 12वीं पास छात्र को पहले फाउंडेशन कोर्स करना होता है। इसके लिए दि इंस्टीट्यूट ऑफ कॉस्ट एंड वर्क्स अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया में आवेदन करना होता है। एडमिशन के लिए जून और दिसम्बर में प्रवेश परीक्षा होती है। फाउंडेशन कोर्स के बाद इंटरमीडिएट कोर्स करना होता है और फिर सीए की तरह ही फाइनल परीक्षा देकर कोर्स पूरा होता है। 
फाइनेंशियल स्टडीज
कॉमर्स के छात्रों के लिए फाइनेंशियल स्टडीज का कोर्स भी कई दशकों से विभिन्न शिक्षण संस्थाओं में कराया जा रहा है। यह बीकॉम ऑनर्स से थोड़ा हट कर है। यह फाइनेंस के क्षेत्र में स्पेशलाइजेशन की ओर ले जाता है। सरकारी के अलावा आज यह कोर्स निजी कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में भी चलाया जा रहा है। इसे करने के बाद छात्र फाइनेंशियल स्टडीज में एमए कर सकते हैं। दिल्ली विश्वविद्यालय ऐसे छात्रों के लिए फाइनेंस में एमए कराता है। 
अर्थशास्त्र
अर्थशास्त्र ऑनर्स की पढ़ाई वैसे तो आर्ट्स और सोशल साइंस से जुड़ी मानी जाती है, लेकिन व्यावसायिक गतिविधियों से संबंधित होने के कारण बीकॉम के छात्र इसमें ज्यादा रुचि लेते हैं। बारहवीं में कॉमर्स की पढ़ाई करने वाले बहुत से छात्र आगे चल कर अर्थशास्त्र में स्पेशलाइजेशन की ओर बढ़ते हैं। वे अर्थशास्त्र से बीए और एमए करते हैं। आगे चल कर विभिन्न व्यावसायिक, फाइनेंस और बैंकिंग संस्थाओं में अर्थशास्त्री के रूप में काम करते हैं। यह क्षेत्र परंपरागत तौर पर कॉमर्स के छात्रों के लिए खासा आकर्षण का केन्द्र बना रहा है।
गणित ऑनर्स
कॉमर्स के ऐसे छात्र, जिन्होंने गणित में बहुत अच्छे अंक हासिल किए हैं, उनके लिए गणित और इससे संबंधित सांख्यिकी और ऑपरेशनल रिसर्च जैसे कोर्स भी कॉलेजों में उपलब्ध हैं। दाखिले के दौरान अनिवार्य रूप से गणित की  मांग की जाती है। बीएससी गणित या बीएससी सांख्यिकी के कोर्स कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में लंबे अरसे से चल रहे हैं। उन्हें कट ऑफ या प्रवेश परीक्षा के आधार पर दाखिला दिया जाता है।  
कंप्यूटर साइंस
कॉमर्स के छात्र, जिन्होंने बारहवीं में कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई की है, वे स्नातक में कंप्यूटर साइंस से अपनी पढ़ाई जारी रख  सकते हैं। बीएससी कंप्यूटर साइंस या बैचलर इन कंप्यूटर एप्लिकेशन में ऐसे छात्रों को बखूबी दाखिला दिया जाता है। कंप्यूटर में डिप्लोमा कोर्स के जरिए भी आप अपनी पढ़ाई जारी रख सकते हैं।     
ट्रेडिशनल कोर्स क्यों?
ज्यादा सीटें और एडमिशन में आसानी: प्रोफेशनल कोर्सेज की तुलना में ये कोर्सेज यूनिवर्सिटी में कहीं अधिक उपलब्ध हैं, इस कारण एडमिशन पाना अपेक्षाकृत काफी आसान है। 10+2 में अच्छे मार्क्स होने पर  मनचाहे ट्रेडिशनल कोर्स में एडमिशन पाना मुश्किल नहीं है। आमतौर पर इनके लिए किसी चयन परीक्षा का भी आयोजन नहीं किया जाता।
कम सिलेबस का बोझ: यह माना जाता है कि ट्रेडिशनल कोर्सेज का सिलेबस प्रोफेशनल कोर्सेज की तुलना में कहीं हलका होता है। कई विषय होने के कारण विभिन्न विषयों का ज्ञान प्राप्त होता है, जिनमें से अधिकांश प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर वास्तविक जिंदगी से जुड़े होते हैं। 
कम फीस:  यह एक सच्चाई है कि सरकारी ही क्या, प्राइवेट यूनिवर्सिटी द्वारा संचालित ट्रेडिशनल कोर्सेज में आज भी प्रोफेशनल कोर्सेज की तुलना में अत्यंत कम फीस ली जाती है।
कम समय में डिग्री: आमतौर पर समस्त ट्रेडिशनल कोर्सेज की अवधि तीन वर्ष होती है, जबकि प्रोफेशनल कोर्सेज चार से पांच वर्ष तक के भी हो सकते हैं।
हिंदी माध्यम का विकल्प: अधिकांश ट्रेडिशनल कोर्सेज में हिंदी माध्यम का भी विकल्प होता है, जबकि लगभग सभी प्रकार के  वोकेशनल/ प्रोफेशनल कोर्सेज में शिक्षा का माध्यम अंग्रेजी ही होता है। हिंदी माध्यम से स्कूली शिक्षा पूरी करने वाले अथवा अंग्रेजी में कमजोर युवाओं के लिए ऐसे कोर्सेज में काफी मुश्किल होती है। 
प्रतियोगी परीक्षाओं में उपयोगिता:  विविध विषयों के चयन की छूट के कारण प्रतियोगी परीक्षाओं के अनुसार विषयों की पढ़ाई/तैयारी करना संभव हो पाता है। इनमें रेलवे, बैंकिंग, स्टाफ सिलेक्शन कमीशन और यूपीएससी द्वारा आयोजित की जाने वाली चयन परीक्षाओं का उल्लेख किया जा सकता है। यानी एक पंथ-दो काज। 
ओपन यूनिवर्सिटी और पत्राचार माध्यम से उपलब्ध:  ट्रेडिशनल कोर्सेज ओपन और पत्राचार माध्यम से भी आसानी से किए जा सकते हैं। देश में तमाम यूनिवर्सिटीज में ये कोर्स संचालित किए जाते हैं।

IIT, IIM, BHU, IGNOU.. फ्री में करें सबके कोर्सेस, एडमिशन की प्रक्रिया शुरू



आईआईटी, आईआईएम, इग्नू, एनसीईआरटी, बीएचयू, जादवपुर यूनिवर्सिटी समेत कई संस्थान हैं जो फ्री ऑनलाइन कोर्सेस ऑफर कर रहे हैं। इनमें एनरोलमेंट की तारीखें भी आ गई हैं। पूरी जानकारी इस खबर में दी जा रही है।

Free online courses admission detail : लॉकडाउन (Lockdown) में घर बैठे भी आप अपना स्किल डेवलप कर सकते हैं। इस खाली समय में कुछ ऑनलाइन कोर्सेस करके खुद को बेहतर नौकरी के लिए ग्रूम कर सकते हैं। इसमें आपकी मदद करेगा स्वयं (SWAYAM)।

इस ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म से आईआईटी (IIT), आईआईएम (IIM), बीएचयू (BHU), इग्नू (IGNOU), एनसीईआरटी (NCERT) समेत कई बड़े व प्रतिष्ठित संस्थान जुड़ गए हैं। ये संस्थान अब सैकड़ों फ्री ऑनलाइन कोर्सेस ऑफर कर रहे हैं।
कुछ कोर्सेस के लिए एडमिशन की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। वहीं, अधिकांश के लिए रजिस्ट्रेशन और कोर्स की डीटेल जारी की जा चुकी है। 4 सप्ताह से लेकर 24 सप्ताह तक की अवधि वाले इन ऑनलाइन कोर्सेस में 9वीं से 12वीं कक्षा के स्टूडेंट्स से लेकर पीजी लेवल तक के अभ्यर्थी रजिस्टर कर सकते हैं।

इसके संबंध में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय (HRD Ministry) और स्वयं (SWAYAM) ने ट्वीट के जरिए भी जानकारी दी है।

कैसे मिलेगा सर्टिफिकेट
स्वयं के कोर्सेस फ्री हैं। इनमें रजिस्टर करने और कोर्स पूरा करने के लिए आपको कोई फीस नहीं देनी है। लेकिन कोर्स के बाद होने वाली परीक्षा के लिए कुछ फीस देनी होगी। जिसके बाद आपको उस कोर्स के लिए संबंधित संस्थान व स्वयं से सर्टिफिकेट मिलेगा।

बता दें कि स्वयं के 6 ऑनलाइन कोर्सेस को दुनिया के टॉप 30 की लिस्ट में भी जगह मिल चुकी है।
SWAYAM free online courses registration detail के लिए यहां क्लिक करें।

https://navbharattimes.indiatimes.com/education/admission-alert/swayam-free-online-courses-by-iit-iim-ignou-bhu-ncert/articleshow/75822672.cms

JEE Main 2020: बड़ी घोषणा, दोबारा मिला आवेदन करने का मौका


जेईई मेन 2020 को लेकर स्टूडेंट्स को बड़ी राहत दी गई है। केंद्रीय मंत्री की सलाह पर एनटीए ने स्टूडेंट्स को आवेदन करने का एक और मौका दिया है। इस खबर में नोटिस दिया जा रहा है।
JEE Main 2020 application reopen : ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन मेन 2020 (JEE Main 2020) के संबंध में एक बड़ी घोषणा की गई है। इसकी जानकारी केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने ट्वीट के जरिए दी है। ये घोषणा उन उम्मीदवारों को बड़ी राहत देने वाली है, जो किसी कारण से जेईई मेन 2020 के लिए आवेदन नहीं कर पाए थे।

केंद्रीय मंत्री ने अपने ट्वीट में कहा है कि 'कोरोना वायरस (COVID-19) के कारण जिन स्टूडेंट्स ने विदेश जाकर पढ़ाई करने की योजना रद्द कर दी है, उन्हें भारत में पढ़ाई जारी रखने का अवसर दिया जा रहा है। मैंने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) को सलाह दी थी कि ऐसे स्टूडेंट्स को जेईई मेन 2020 में शामिल होने का एक और मौका दिया जाना चाहिए।'
अब एनटीए ने केंद्रीय मंत्री की सलाह मानते हुए इस संबंध में नोटिस जारी कर दिया है।
NBT



ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तारीख 24 मई 2020 है। ध्यान रहे, कि जेईई मेन 2020 में शामिल होने का ये आखिरी मौका है।
JEE Main की वेबसाइट पर जाने के लिए यहां क्लिक करें।

https://navbharattimes.indiatimes.com/education/education-news/jee-main-2020-application-reopen-notice-by-nta/articleshow/75823204.cms

Monday, 18 May 2020

CBSE 10th 12th Datesheet 2020: सीबीएसई 10वीं 12वीं की शेष परीक्षाओं की डेटशीट जारी

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) 10वीं 12वीं की शेष परीक्षाओं की डेटशीट जारी कर दी गई है। एचआरडी मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने 10वीं और 12वीं की शेष परीक्षाओं की शेटशीट ट्वीट भी की है। इस डेटशीट में स्टूडेंट्स चेक कर सकते हैं कि उनका कौन सा पेपर किस दिन है।

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Friday, 8 May 2020

Kendriya Vidyalayas Go Digital; List Of Resources

Accoriding to KVS, NIOS and NCERT are providing online lessons as well as telecasting lessons on TV. 

The details are as follows:

1. Massive Open On-line Course (MOOCS):
2. Free to air DTH Channels:  DTH Channel no. 27 (Panini) 
3. Youtube Channels:
Besides this, there are free e-resources already available on various platforms like NROER, DIKSHA, SWAYAM PRABHA, NPTEL , e-pathshaala, etc.

Indian Economy Multiple Choice Questions

Thursday, 7 May 2020

Self learning modules on English language for classes VI to XII


Kindly go through the link below to view and download Self learning modules on English language for classes VI to XII
https://zietmumbai.kvs.gov.in/ziet-usefull-links

Useful Link








https://rovaranasi.kvs.gov.in/self-learning-modules-english-language-classes-vi-xii

Mathematics for classes I to VIII

This blog has been exclusively created for sharing resources related to Teaching Learning Activities in Mathematics in Elementary Classes.

https://zmathprimary.blogspot.com/

JEE Advanced 2020: हो गई परीक्षा की तारीख की घोषणा, देखें डीटेल

जेईई एडवांस्ड 2020 परीक्षा की तारीख की घोषणा कर दी गई है। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने ट्वीट के जरिए इस संबंध में जानकारी दी है।

JEE Advanced 2020 Date : ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जाम मेन (JEE Main) के बाद अब जेईई एडवांस्ड (JEE Advanced) की तारीख की घोषणा भी कर दी गई है। परीक्षा की तारीख का एलान भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान दिल्ली (IIT Delhi) द्वारा किया गया है। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री (HRD Minister) डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने ट्वीट के जरिए यह जानकारी दी है।

नई घोषणा के अनुसार, विभिन्न आईआईटी में इंजीनियरिंग के यूजी कोर्सेज में एडमिशन के लिए जेईई एडवांस्ड परीक्षा का आयोजन 23 अगस्त 2020 को किया जाएगा। केंद्रीय मंत्री ने ट्वीट में लिखा है कि 'JEE Main की परीक्षा तिथियों की घोषणा के बाद आज JEE (Advanced) की परीक्षा की तिथि 23.08.2020 निश्चित कर दी गई है। मैं इस परीक्षा में भाग लेने वाले सभी विद्यार्थियों को अपनी शुभकामनाएं देता हूं।'
बता दें कि पहले जेईई एडवांस्ड का आयोजन 17 मई को किया जाने वाला था। लेकिन कोरोना वायरस व लॉकडाउन (Lockdown) के कारण बोर्ड से लेकर जेईई मेन तक सभी परीक्षाएं स्थगित होने के कारण इसे भी स्थगित कर दिया गया था।
अब जेईई मेन 2 (JEE Main 2) का आयोजन 18 जुलाई से लेकर 23 जुलाई तक किया जाएगा। इसके बाद रिजल्ट जारी होंगे। मेरिट लिस्ट तैयार होगी। फिर टॉप के करीब 2.50 लाख उम्मीदवारों को जेईई एडवांस्ड में शामिल होने का मौका दिया जाएगा।

https://navbharattimes.indiatimes.com/education/education-news/iit-jee-advanced-2020-exam-date-announced-by-iit-delhi-check-detail/articleshow/75604053.cms

Kendriya Vidyalaya: इस टीवी चैनल पर क्लासेस शुरू, जानें कब क्या पढ़ाया जाएगा

Kendriya Vidyalaya: इस टीवी चैनल पर क्लासेस शुरू, जानें कब क्या पढ़ाया जाएगा
केंद्रीय विद्यालयों के स्टूडेंट्स के लिए लाइव टीवी प्रोग्राम शुरू किया गया है। केंद्रीय विद्यालय संगठन ने एनआईओएस के साथ मिलकर स्टूडेंट्स को ये सुविधा उपलब्ध करवा रहा है। 17 मई तक का पूरा शेड्यूल जारी कर दिया गया है।

देशभर के केंद्रीय विद्यालयों के स्टूडेंट्स के लिए अच्छी खबर है। केंद्रीय विद्यालय संगठन (KVS) आपके लिए लाइव क्लासेस शुरू कर रहा है। ये क्लासेस टीवी पर लाइव प्रोग्राम के जरिए ली जाएंगी। इसके लिए केवीएस ने राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी संस्थान (NIOS) के साथ मिलकर 17 मई तक का पूरा शेड्यूल भी जारी कर दिया है।

कोई भी स्टूडेंट इन क्लासेस का फायदा उठा सकता है। ये लाइव क्लास / प्रोग्राम आपको स्वयं प्रभा चैनल (Swayam Prabha Channel) पर देखने को मिलेंगे। इसमें सेकंडरी और सीनियर सेकंडरी क्लासेस के सब्जेक्ट्स व टॉपिक्स की पढ़ाई कराई जाएगी।
इस लाइव टीवी प्रोग्राम के लिए जारी शेड्यूल में बताया गया है कि किस टॉपिक पर / सब्जेक्ट की पढ़ाई कब कराई जाएगी। इस संबंध में केंद्रीय विद्यालय संगठन ने ट्वीट के जरिए जानकारी दी है। 7 मई से लेकर 17 मई तक का पूरा शेड्यूल यहां बताया जा रहा है। साथ ही दिए गए ट्वीट से आप विस्तृत शेड्यूल भी देख सकते हैं।

ऐसा है केंद्रीय विद्यालय के लाइव क्लासेस का शेड्यूल
NBT
NBT
https://navbharattimes.indiatimes.com/education/education-news/kendriya-vidyalaya-online-class-full-schedule-by-kvs-nios-live-program-swayam-prabha/articleshow/75595561.cms

Tuesday, 5 May 2020

NTA JEE Main, NEET 2020 exams dates LIVE Updates: Entrance tests in July

 The HRD minister will talk about the exam dates for the national level competitive exams tests - JEE Main and NEET.

Updated: May 5, 2020 1:07:40 pm



JEE Main, NEET 2020 Exam Date LIVE Updates: The Human Resource Development (HRD) Minister Ramesh Pokhriyal Nishank announced today JEE Main and NEET exam dates. JEE Main will be held in multiple sessions from July 18 to July 23 while medical entrance test will be conducted on July 26. JEE Advanced is expected to be held in August, dates of which are not decided yet.

The exam dates of CBSE class 10 and 12 will be announced this week. Further, the syllabus has been reduced for the upcoming academic year. Thus the JEE Main and NEET 2021 will be held on the reduced syllabus. Pokhriyal asked students to self-study and take the help of digital modes including SWAYAM, Diksha to prepare for entrance exams. With low-connectivity areas, the content will be telecast through SWAYAM Prabha TV, he informed.
Over 9 lakh students have registered to appear for JEE Main and over 15.93 lakh have applied for NEET 2020, as per the National Testing Agency (NTA) – the exam conducting body.

Much before the interaction, queries had started flowing in for the HRD Minister over Twitter and Facebook. Apart from the date of the entrance exams, students also asked about college-level annual and semester exams, inaccessibility of online classes, promoting class 10 and class 12 students among others.

https://indianexpress.com/article/education/jee-main-neet-2020-exams-date-live-updates-hrd-minister-ramesh-pokhriyal-to-announce-new-dates-today-nta-6393785/

Monday, 4 May 2020

Know about an ISBN?

An ISBN is an International Standard Book Number. ISBNs were 10 digits in length up to the end of December 2006, but since 1 January 2007 they now always consist of 13 digits.

1. ISBN or International Standard Book Number - an unique identifier number.
2. Displayed in barcode format on publications ex. books on their back jacket (lower right).
3. Allotted by International ISBN Agency based in UK through the National ISBN Agency.
4. It is in the form of 13 digits, consisting of 5 elements separated by spaces and hyphens ex. ISBN No. 978-81-8038-835-4 indicates following information:

•         Ist element- Denotes a specified prefix element (978).
•         IInd element- Identifies the particular country or geographical area (81).
•         IIIrd element- Identifies the particular publisher (8038).
•         IVth element- Identifies the particular edition, format of a specific title (835).
•         Vth element- Check digit (4).


What ISBN does not indicate
5.    It does not give any legal protection.
6.    No copyright protection.
7.    No statement on content form and documentation and distribution of the book.

What ISBN indicates
8.    It is a product number required to assist in internal processing and ordering while book selling.
9.    It provides access to bibliographic data bases used by the book industry and libraries to provide information.
10.   ISBN can be applied by publisher of the book, author of the book if he decides to publish the book himself.

Scope and Assignment of ISBN
11. ISBN is assigned for the following products:
     Monographic works (books) that are textual and/or have an instructional content
     Publications not intended by the publisher to be updated regularly
     Individual articles
     Educational instructions, films, videos including audio books not purely for entertainment
     Electronic publications, Mixed media text based publications
     Print on demand publications
     Set of volumes or packs of books

Products which do not qualify for ISBN

     Serials/periodicals/journals (these are suitable for ISSN)
     Journals, record books
     Videos, DVDs or other media for entertainment
     Documentaries on video/CD-ROM, DVD or other media
     Computer games
     Computer application packages
     Music scores
     Items available to a restricted group, e.g. a course book only available to students on the course
     Websites
     Non text-based publications

Benefits of ISBN
12.     Unique international identifier for monographic publications.
13.     Assigning ISBN replaces handling of long bibliographic descriptive records-saving time, reducing staff costs & coping errors.
14.     Correct use different product forms to be clearly differentiated, enabling comparisons between different subject areas, publishing houses.
15.     Facilitates compilation and updating of book trade directories and bibliographic databases.
16.     Fast and efficient method of ordering and distribution of books, managing sale system in shops, supply chain systems, managing sales data, stock control.
17.     Ensures that the book is widely known.

About Raja Ram Mohan Roy National Agency for ISBN, MHRD
18.     Raja Ram Mohan Roy National Agency for ISBN is responsible for ISBN registration in the country and is affiliated to UK based International Agency.
19.     It is under the Ministry of Human Resource Development, Deptt. of Higher Education, Book Promotion and Copyright Division.
20.     At present, there are separate forms for authors and publishers and educational institutions which have to be filled and sent with the required documents and the ISBN Nos. are allotted free of cost.

International Standard Serial Number (ISSN)


International Standard Serial Number (ISSN)
ISSN is a worldwide identification code used by publishers, suppliers, libraries, information services, bar coding systems, union catalogues, etc. for citation and retrieval of serials such as Journals, Newspapers, Newsletters, Directories, Yearbooks, Annual Reports, Monograph series, etc. The benefits of having ISSN include international publicity and recognition of serials by automatic inclusion in the International Serials Directory Database.


ISSN National Centre of India
The Indian ISSN Centre at the National Science Library, NISCAIR, New Delhi is one of a network of over 89 national centres worldwide. It is responsible for assigning ISSNs to serials published in India. The Centre is also responsible for contributing Indian records to the world database of ISSN numbers, known as the ISSN Register, maintained by the ISSN International Centre in Paris. Since 1986,National Institute of Science Communication and information Resources (erstwhile INSDOC) has been designated as the National Centre for assigning ISSNs to serial publications published in India. The ISSN assigned periodicals are registered in the international database in Paris.


The ISSN is the International Standard Serial Number, which allows the identification of serial publications. It’s a standard numeric code made up of 8 digits whose last digit is a control character that may be the letter “X”.


Why ISSN?
The ISSN distinguishes a particular serial from others. The ISSN also helps library patrons, libraries, and others who handle large numbers of serials to find and identify titles in automated systems more quickly and easily.

Serials ?
Serials are print or non-print publications issued in parts, usually bearing issue numbers and/or dates. A serial is expected to continue indefinitely. Serials include magazines, newspapers, annuals (such as reports, yearbooks, and directories), journals, memoirs, proceedings, transactions of societies, and monographic series 

Who can obtain ISSN?
Any new print or electronic journal whose first issue is ready for publication or already published.
An existing serial publication which does not have ISSN.
Changed serial title(s) whose old titles had already an ISSN

How to obtain ISSN in India?
One can obtain ISSN by applying online mode only, apply online after submission of the application take a print out of the submitted application and send it through post along with a specimen copy of the serial  in case of print version or a copy of homepage in case of online version to Head, National Science Library, National Institute of Science Communication and Information Resources (NISCAIR), 14 - Satsang Vihar Marg, New Delhi -110067. Contact No. 011-26863759

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